इन्होंने अपने व्यवसाय का सुनहरा सफर Mundra पोर्ट से शुरू किया और फिर कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा और आज विश्व के तीसरे अमीर आदमी बन गए ।
यही वह मूंदड़ा बंदरगाह है जिसने अदानी की जिंदगी बदल दी ।
चलो छोड़ो इस बात को , हमारी discussion का मुद्दा यह नहीं है , हमारी डिस्कशन का मुद्दा तो यह है कि आखिर एक आदमी मीडियम क्लास से उठ कर , अपने बलबूते पर इतनी बड़ी emire खड़ी कर लेता है और आज कि तारीख में हर घंटे लगभग एक घंटे में 1500 करोड़ के लगभग कमा रहा है और इधर कुछ राज्य ऐसे हैं जो हर महीने सरकार चलाने के लिए 1000 करोड़ कर्ज पर कर्ज ले रहे हैं । क्या राज्य सरकारें इतनी नाकाबिल है कि अपने खर्चे निकालने के लिए पैसे का बंदोबस्त नहीं कर सकती । राज्य सरकारों के पास इतने संसाधन होने के बाबजूद कर्ज लेना पड़ता है । हर एक राज्य सरकारों के पास इतने काबिल ऑफिसर्स की फौज होती है । आखिर क्यों नहीं एक ऐसा प्लान बने जिससे राज्य सरकारें भी अरबों रुपए कमाए और इस कर्ज जाल से मुक्ति मिल जाए।
सरकारों की इच्छा शक्ति में कमी है अगर इच्छा शक्ति हो तो राज्य सरकारें भी बग़ैर कर्ज की वैसाखी से चल सकती है ।
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